NCERT 12th Economics – Unit 4 – Chapter 12 – पूर्ण प्रतियोगिता में बाजार संतुलन (Market Equilibrium under Perfect Competition) वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं लघुत्तरात्मक प्रश्न

1. बाजार संतुलन से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: वह स्थिति जिसमें एक विशेष कीमत के अनुरूप किसी वस्तु की पूर्ति, मांग के बराबर होती है, बाजार संतुलन कहलाती है। इस स्थिति में न तो मांग अधिक होता है ना ही पूर्ति अधिक होती है।

2. संतुलन कीमत से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: जिस कीमत पर वस्तु की मांग और पूर्ति बराबर होती है, उसे संतुलन कीमत कहते हैं।

3. पूर्ण प्रतियोगिता की अवस्था में संतुलन कीमत कैसे निर्धारित होती है?

उत्तर: पूर्ण प्रतियोगिता में संतुलन कीमत बाजार में मांग और पूर्ति की शक्तियों द्वारा निर्धारित होती है।

4. अतिरिक्त पूर्ति का क्या अर्थ है?

उत्तर: संतुलन कीमत पर जब किसी वस्तु की बाजार पूर्ति उसकी बाजार मांग से अधिक हो जाती है तब इसे अतिरिक्त पूर्ति कहते हैं।

5. पूर्ति घटने से कीमत पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर: अन्य बातें समान रहने पर पूर्ति के घटने से संतुलन कीमत बढ़ती है।

6. मांग घटने से कीमत पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर: अन्य बातें समान रहने पर मांग घटने से संतुलन कीमत घटती है।

7. नियंत्रित कीमत और संतुलन कीमत में क्या संबंध है?

उत्तर: नियंत्रित कीमत संतुलन कीमत से कम होती है।

8. समर्थन मूल्य और संतुलन कीमत में क्या संबंध है?

उत्तर: समर्थन मूल्य संतुलन कीमत से अधिक निश्चित किया जाता है।

9. बाजार कीमत किसे कहते हैं?

उत्तर: अति अल्प काल में बाजार में जो कीमत प्रचलित होती है, उसे बाजार कीमत कहते हैं।

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