बहुवचन के रूप में सांख्यिकी का अर्थ:
बहुवचन के रूप में सांख्यिकी से अभिप्राय उन आँकड़ों से है, जो एक दूसरे से संबंधित होते हैं तथा अनेक कारणों से प्रभावित होते हैं।
आँकड़ों को संख्या के रूप में व्यक्त किया जाता है। लेकिन किसी एक व्यक्ति से संबंधित कोई एक संख्यात्मक जानकारी आँकड़े नहीं कहलाती। उदाहरण के लिए यदि हम कहें कि मनोज की मासिक आय ₹15000 है, तो यह सांख्यिकी या आँकड़े नहीं कहलाएँगे। परंतु यदि हम एक गाँव के 20 व्यक्तियों की मासिक आय की सूची बनाएँ तो उसे सांख्यिकी या आँकड़े कहा जा सकता है। इसलिए किसी एकल संख्यात्मक जानकारी को सांख्यिकी न कहकर, वे आँकड़े जो तथ्यों के समूह को संख्यात्मक रूप में प्रकट करते हैं, उन्हें सांख्यिकी कहा जाता है। इसी प्रकार यदि कोई जानकारी संख्यात्मक रूप में नहीं है तो उसे भी सांख्यिकी नहीं माना जाता उदाहरण के लिए यदि हम कहें कि राम की लंबाई श्याम से अधिक है तो इसे संख्यिकी नहीं माना जाएगा।
एकवचन के रूप में सांख्यिकी का अर्थ
एकवचन के रूप में सांख्यिकी से अभिप्राय सांख्यिकी विषय से है।
एकवचन के रूप में सांख्यिकी वह विज्ञान है जो आँकड़ों के संकलन, वर्गीकरण, प्रस्तुतीकरण, विश्लेषण और निर्वचन का अध्ययन करता है।
किसी भी आर्थिक समस्या से संबंधित आँकड़ों को पहले संख्यात्मक रूप में संकलित किया जाता है। उसके बाद उनका समानता-असमानता के आधार पर वर्गीकरण किया जाता है, तथा उनको आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न विधियों द्वारा उनका प्रस्तुतीकरण किया जाता है। उसके बाद उद्देश्यों के अनुसार उन आँकड़ों का प्रयोग करके उनका विश्लेषण तथा अंत में निर्वचन किया जाता है।
अत: बहुवचन के रूप में सांख्यिकी से अभिप्राय आँकड़ों से है तथा एकवचन के रूप में सांख्यिकी से अभिप्राय सांख्यिकी विषय से है।